स्वागत –गीत
स्वागत
में फूल खिले , स्वीकार इन्हें कर लो
निज
चरणों की रज से , पवन मंदिर कर दो
आस
आप के दर्शन की ,घर हम ने सजाया है
श्री
मान की राहों में ,पलाकों को बिछाया है
स्वीकार
इन्हें कर के ,मन में पुलकन भर दो .............
श्रृद्धा
के चन्दन से,- है आप का अभिनन्दन
कर
दीप प्रेम लेकर मेरे गीत करे वंदन
बरसा
दो स्नेह अपना , सब को गदगद कर दो .....
विज्ञानं
के मेले का शुभ अवसर है आया
शुभ
मिलन हुआ अपना ,मन सब का हर्षाया
तम
है अंतर्मन में ,अब उजियारा भर दो ......
नव
-नूतन प्रतिभाएं , इस मेले में आईं
ये
बगिया महक उठी ,हर कलि है मुसकाई
आशीष
में बच्चों को , नित उन्नति का वर दो .......
कृष्णा
कुमारी
No comments:
Post a Comment